वैसे ये शॉर्ट कामेडी नॉवेल है। कुर्की - जब्ती करके लाये गये विदेशी नस्ल के सुकारों के बारे में है। इनके थाने में आ जाने के कारण यहाँ का पूरा महौल ही बदल जाता है। दरोगा पशु प्रेमी है। एक पुलिस वाले को इनकी देख - रेख का जिम्मा सौंप देता है। थाने में रहते - रहते कुछ दिनों बाद सुकरें बच्चे जनती है। इसके खुशी में दरोगा मिठाई बांटता है। इसपर एक व्यक्ति पूछ बैठता है। "मिठाई किस खुशी में।" दरोगा कहता है, 'नये मेहमान' आये है इस...
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