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Serie
Social Science, Biography & History
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किताब के बारे में
यह शौर्य गाथा, छत्तीसगढ़ की महान वीरांगना "बिलासा" देवी (माता) को समर्पित है। उन्होंने सदा अपने जीवन को शौर्य, कर्तव्यनिष्ठा, वीरता एवं स्वाभिमान से बिताया है, तथा हमें भी इन भावों की शिक्षा प्रदान की है। उन्होंने एक कुशल पत्नी, कुशल गृहिणी, एक कुशल योद्धा एवं कुशल पुत्री का जीवन निर्वहन किया है, जो इस आधुनिक समाज के लिए एक महान उदाहरण, प्रस्तुत करता ।
लेखिका के बारे में
नेहा सिंह राजपूत ने मनोविज्ञान में स्नातक (बीए) और मनोविज्ञान में ही स्नातकोत्तर (एम.ए) की डिग्री प्राप्त की है, ये महिलाओं की सोच और समाज में बदलाव लाने का ज़ज़्बा रखती हैं, जो इनकी लेखनी में स्पष्ट देखने को मिलता है, ये इस बात को प्रमाणित करती हैं कि, जैसे एक गृहिणी अपने घर को और घर के सदस्यों की देखभाल और संरक्षण करती है, वही गृहिणी यदि कलम उठाती है, तो इस समाज में भी नये विचारों के द्वारा बदलाव लाने का ज़ज्बा रखतीं हैं, उसकी कलम से निकले जो शब्द होतें हैं, वो जीवन के साक्षात्कार की डिग्री से प्राप्त अनुभवों के रूप में निकले, शब्द होते हैं, जो समाज में ताकत और स्फूर्ति का संचार करते है।
Título : छत्तीसगढ़ की विरांगना "बिलासा"
EAN : 9789394807099
Editorial : Author Tree Publishing
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