"खामोशियाँ" एक ऐसा संकलन है जिसमें डॉ. ललिता मालिक द्वारा रचित हिंदी कविताएँ हैं, जो जीवन की अनगिनत भावनाओं को सुंदरता से छूने का प्रयास करती हैं। इस किताब के पन्नों पर रिश्तों की मिट्टी से लिखी गई खानाकें, सपनों की सीधी बातें, और जीवन के उत्कृष्ट और अवसादपूर्ण पल प्रस्तुत किए गए हैं।
57 कविताओं से मिलकर बनी "खामोशियाँ" पढ़ने वालों को कवियित्री एक सफर पर आमंत्रित करती है, संबंधों की जटिलताओं, साधारण पलों की सुंदरता और मानव आत्मचिंतन की गहराई में। डॉ. ललिता के शब्द वास्तविकता से उद्गार करते हैं और पाठक के दिल की तारों को छूते हैं। उनकी प्रेरणादायक पंक्तियों के माध्यम से, वे चुप्पी की भाषा की शक्ति का खुलासा करती हैं—भावनाओं की अनबोली भाषा, जिसमें कभी-कभी गहरी कहानियों का भाव होता है।
यह संकलन डॉ. ललिता के मानव भावनाओं और अनुभवों के प्रति उनकी गहरी समझ का प्रमाण है। विवरणों के लिए एक तीक्ष्ण दृष्टिकोण और कविताओं की संवेदनशीलता के साथ, वह शब्दों की तस्वीरों पर भावनाओं को चित्रित करती हैं, एक मोहक साहित्यिक कृति बनाती है जो सभी आयु वर्ग के पाठकों के साथ सहमति प्राप्त करेगी। "खामोशियाँ" जीवन के उतार- चढ़ाव की अनकही कश्मकश और उलझनों की तस्वीर है जो हर आम इंसान के जीवन का हिस्सा हैं। जो कभी एक दुखद स्मरण दिलाती है, कि कभी हंसाती और बुदबुदाती हैं, कभी यादों में ले जाती हैं और कभी ख़यालों पर सवार होकर दूर निकल जाती हैं । सबसे शक्तिशाली कहानियाँ वो होती हैं जिन्हें हमने अनकही छोड़ दिया।
Título : खामोशियाँ
EAN : 9798223164586
Editorial : incrediblebooks
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