एक आम भारतीय क्या सोचता है ? क्या अनुभव करता है ? उसके विचारों की सरिता का उद्गम किस पर्वतमाला से होता है और यह प्रवाह अंत में किस सागर को अलंकृत करता है ? 'मन के भाव' उन्हीं विचारों को, सपनों को, आशाओं-निराशाओं को, संघर्षों-सफलताओं को, दिन-प्रतिदिन की विपदाओं को, शब्दों की सहायता से चंद पंक्तियों में प्रकट करने का प्रयत्न है | आम भारतीय मध्यमवर्गीय जीवन के संघर्षों और चुनौतियों के अनुभवों से प्रेरित इन कविताओं में जीवन की वास्तविकता की अभिव्यक्ति के साथ ही प्रेम व प्रकृति के नाना रूपों का चित्रण भी है |
Título : Mann Ke Bhaav
EAN : 9798223606857
Editorial : Rajmangal Prakashan
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